dragon की जानकारी history of real dragon in hindi

dragon का नाम सुनते ही हमे चीन का नाम दिमाग मे आ जाता है। लेकिन इस लेख मे हम बात करने वाले हैं असली ड्रैगन या रियल ड्रेगन की । dragon की जानकारी को हम आपको विस्तार से बताने वाले हैं क्या ड्रैगन असली मे होता है ? रियल dragon क्या है।  dragon की जानकारी के लिए पूरा लेख पढ़े।

dragon को हिंदी के अंदर अझ़दहा कहा जाता है। आमतौर पर dragon एक काल्पनिक जीव होता है। जिसकी प्रक्रति कुछ हद तक सांप की तरह होती है। dragon का कई सांस्क्रतियों के अंदर उल्लेख मिलता है।

कुछ dragon को मुंह से आग उगलते हुए भी दिखाया गया है। पश्चिमी संस्कृतियों में ड्रेगन उच्च मध्य युग के बाद अक्सर पंखों, सींग वाले, चार पैर वाले, और सांस लेने में सक्षम होने के रूप में चित्रित किया गया है। पूर्वी संस्कृतियों में dragon आमतौर पर उच्च बुद्धि के पंख रहित, चार पैर वाले, सर्पिन जीवों के रूप में चित्रित किए जाते हैं।

‌‌‌सबसे पहले के प्रमाणित dragon की बात करें तो यह सांप जैसा दिखाई देता है। और इस रियल ड्रेगन का वर्णन प्राचीन पौराणिक कथाओं के अंदर दिखाई देता है।प्राचीन मेसोपोटामियन कला और साहित्य के अंदर भी इसका वर्णन किया गया है।

प्रसिद्ध प्रोटोटाइपिकल ड्रेगन में प्राचीन मेसोपोटामिया का मुस्सुस्सु, मिस्र का पौराणिक कथाओं में एपेप, ऋग्वेद में वीटा, हिब्रू बाइबिल का लेविथन, पाइथन, लडोन, और ग्रीक पौराणिक कथाओं में लर्नियन हाइड्रा, नोर्म पौराणिक कथाओं में जोरमुंगेंडर, जैसे कई फैमस ड्रैगन का जिक्र मिल जाता है।

‌‌‌विभिन्न रियल ड्रैगन को गुफाओं के अंदर रहने और खजाना एकत्रित करने वालों के बारे मे चित्रित किया जाता है। इनका उल्लेख पश्चिमी फंतासी साहित्य में दिखाई देता है।द रॉबर्ट और द लॉर्ड ऑफ द रिंग्स, जे आर आर टॉकियन, जे के के रोलिंग द्वारा हैरी पॉटर श्रृंखला और जॉर्ज आर आर मार्टिन द्वारा ए सॉन्ग ऑफ आइस एंड फायर शामिल हैं। प्राचीन मेसोपोटामियन पौराणिक कथाओं के अंदर तो एक ड्रेगन को शेर के सर और पक्षियों के पेंजे के रूप मे दिखाया जाता है।

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‌‌‌क्या रियल ड्रैगन होते थे ?

आमतौर पर वैसे देखा जाए तो ड्रैगन दुनिया की हर सभ्यता के अंदर दिखाई देते हैं।पुस्तक द फर्स्ट जीवाश्म शिकारी एड्रियान मेयर का तर्क है कि ड्रैगन की सारी कहानियां तो रियल नहीं हैं। लेकिन कुछ कहानियां निश्चित रूप से प्राचीन ड्रैगन से प्रेरित हो सकती हैं। उत्तरी भारत के ड्रैगन लोअर “हिमालय के नीचे सिवालिक पहाड़ियों के अंदर मिलने वाले असाधारण जिवाश्म आम हैं।

इसके अलावा चीन के अंदर भी विसाल हडियों के जिवाश्म मिले हैं।जिनको देखकर यही कहा जा सकता है कि ड्रेगन का अस्ति्तव रहा होगा ।वैज्ञानिकों को चीन में 16 करोड़ साल पूरा जिवाश्म गोगी रेगिस्तान के अंदर खुदाई के दौरान मिला है। इस जिवाश्म से ही आगे चलकर उड़ने वाले सरीसृप बने होंगे । इससे पहले टेरोसॉरस जैसे सरीसृप काफी विशाल हुआ करते थे ।करीब 22 करोड़ साल पहले धरती पर ऐसे उड़ने वाले जीव भी थे जिनकी रीढ़ की हड़ी थी ।

‌‌‌कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि ड्रैगन कभी धरती पर रहे होंगे।

‌‌‌ ड्रैगन की जानकारी रियल ड्रैगन एपेप

मिस्र के पौराणिक कथाओं में, कई सारे रियल ड्रैगन का उल्लेख मिलता है। जिनको अलग अलग आकार के अंदर चित्रित किया जाता है।

इसके बारे मे यह कहा जाता था कि यह विशाल ड्रैगन है।कथाओं के अनुसार सूर्य की स्थापना एपेप के युद्व के कारण हुई थी । और तूफान का आना एपेप की गर्जना का ‌‌‌परिणाम होता है।नेहेबकौ एक और विशाल नागिन है नेहेबकौ के बारे मे यह कहा जाता है कि इसने कभी पूरी धरती पर राज कर लिया था ।डेनवेन पिरामिड ग्रंथों में वर्णित एक विशाल सांप है जिसका शरीर आग से बना था और जिसने मिस्र के पंथ के सभी देवताओं को लगभग नष्ट कर दिया था।

ड्रैगन की जानकारी Levant

Levant एक विशाल ड्रैगन है। जिसको मारना बहुत ही कठिन होता था । इसको केवल देवताओं के द्वारा ही मारा जा सकता था। इसको एक घूमावदार नागिन और सात सर के रूप मे वर्णित किया गया है।

‌‌‌इस ड्रैगन के बारे मे यह भी कहा जाता है कि यह आग और धुंआ भी उगलता है।

ड्रैगन की जानकारी प्रोटो-इंडो-यूरोपीय ड्रैगन

एक विशाल सांप को मारने वाले नायक की कहानी लगभग हर इंडो-यूरोपीय पौराणिक कथाओं में होती है। और हर कथाओं के अंदर यह किसी ना किसी रूप से पानी से जुड़ा होता है। इन स्टोरी के अनुसार कुछ लोग आकाश देवता को एक भैंस देते हैं और उस भैंस को एक तीन सर वाला डैगन चुरा लेता है। वे लोग ‌‌‌इस ड्रैगन का पीछा करते हैं और उसे मार डालते हैं।

ड्रैगन की जानकारी प्राचीन ग्रीस और रोम ‌‌‌मे

यूनानी लाल-आकृति फूलदान चित्रकला, जिसमें लर्नियन हाइड्रा, सी। 375- ईसा पूर्व

मुख्य लेख ग्रीक पौराणिक कथाओं में ड्रेगन

प्राचीन ग्रीक शब्द का आमतौर पर  ड्रैगन के रूप मे अनुवाद किया जाता है।यह एक सांप होता है। जिसके पास कई प्रकार की अलौकिक ताकते होती हैं। ‌‌‌प्राचीन यूनान के अंदर ड्रैगन का सबसे पहला उल्लेख इलियड के अंदर मिलता है। जिसमे एक बैल्ट पर नीले ड्रैगन का चित्र दिखाया गया है।बोईओटियन कवि हेसियोड द्वारा सातवीं शताब्दी ईसा पूर्व में लिखी गई यूनानी कविता,यूनानी देवता ज़ीउस राक्षस टायफॉन से लड़ता है, और उसके सौ सर हैं वह मुंह से आग उगलता है। भगवान अपोलो सांप पायथन को मारता है जोकि वहां पर महामारी फैलाता है। उसके बाद अपोलो वहां पर अपना मंदिर स्थापित कर लेता है।

St. George and the Dragon

हेसियोड में यह भी उल्लेख किया गया है कि नायक हेराक्लेस ने लर्नियान हाइड्रा को मार डाला, जो एक कई प्रमुख सिरप था जो लर्नना के दलदल में रहता था हाइड्रा एक प्रकार का ड्रैगन था। जोकि कई लोगों को मौत के घाट उतार चुका था । उसे हेराक्लेस ने हथियार से नहीं मारा था ।वरन उसे मारने के लिए उसने अपने तेज ‌‌‌दिमाग का प्रयोग किया था ।

ईसा पूर्व इतिहासकार ईसा पूर्व, ग्रीक इतिहासकार हेरोडोटस ने अपने इतिहास के पुस्तक चतुर्थ में बताया कि पश्चिमी लीबिया राक्षसी साँपों  में निवास करती थीं।यह कई छोटे पंखों वाले सांपों का घर था । सर्प के पंख एक चमगादड़ की तरह होते थे ।

इटली के कौलोनिया से प्राचीन यूनानी मोज़ेक के द्वारा एक समुद्री ड्रैगन का चित्रण मिलता है। इसके अनुसार इस ड्रैगन के सात सर दस सींग और एक लम्बी पूंछ थी ।माइकल और उसके स्वर्गदूतों ने ड्रैगन के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी । लेकिन वे पराजित हुए थे । और उनके लिए स्वर्ग के अंदर कोई जगह नहीं बची।

 

ड्रैगन की जानकारी जर्मनिक पौराणिक कथा ‌‌‌मे

तेरहवीं शताब्दी के आइसलैंडिक पौराणिक कथाओं स्नोरी स्टर्लुसन द्वारा लिखित प्रोज एडडा के गिलफैगिनिंग के अनुसार, थंडर के नोर्स देवता थोर, एक बार बाहरी समुद्र में विशाल हिमनीर के साथ नाव पर गए और एक ऑक्स- चारा के रूप में सिर था थोर ने सर्प पकड़ा और पानी से बाहर निकलने के बाद, उसे अपने हथौड़ा के साथ तोड़ दिया।

पुरानी अंग्रेजी महाकाव्य कविता बियोवुल्फ़ के अंत में, एक दास एक नींद के ड्रैगन के ढेर से एक कप चुराता है, और ड्रैगन जाग जाता है वह ग्रामिणों के इलाकों के अंदर विनाश करना शूरू कर देता है। उसके बात कविता का नायक अकेले ही ड्रैगन का सामना करता है। और वह अंत मे खुद मारा जाता है।

ड्रैगन की जानकारी मध्ययुगीन पश्चिमी यूरोप

ब्रिटेन के राजाओं के मोनमाउथ के इतिहास के जेफ्री से लाल और सफेद ड्रेगन की लड़ाई के पंद्रहवीं शताब्दी की पांडुलिपि का चित्रण किया गया है।बारहवीं शताब्दी के वेल्श भिक्षु मोनमाउथ के जेफरी ने अपने हिस्टोरिया रेगम ब्रिटानिया में एक प्रसिद्ध किंवदंती के बारे मे बताया था । इस कहानी ‌‌‌के अनुसार बाल पैगंबर मर्लिन ने रोमानो-सेल्टिक वारलोर्ड वोरटिगर्न को ग्वांग स्नोडन पर एक टावर बनाने का प्रयास किया ताकि एंग्लो-सैक्सन से सुरक्षित रखा जा सके,लेकिन जैसे ही उसने टावर बनाने का प्रयास किया टावर को जमीन ने निगल लिया ।

St. George and the Dragon

उसके बाद उसने यह सूचित किया कि उसने जो नींव बनाई है। उसके नीचे ‌‌‌एक पुल है। जिसके अंदर 2 ड्रेगन सो रहे हैं। एक लाल ड्रेगन और दूसरा सफैद ड्रेगन है।उसके बाद एक भविष्य बताने वाले ने कहा कि सफैद ड्रेगन लाल ड्रैगन पर विजय प्राप्त करेगा । लेकिन लाल ड्रेगन एक बार फिर लौट कर आ जाएगा और अंत मे सफैद ड्रेगन को पराजित कर देगा ।

गोल्डन लीजेंड की कहानी के सबसे मशहूर संस्करण में कहा गया है कि एक ड्रैगन ने लीबिया में सिलिन शहर की भेड़ों को मार दी थी।उसके बाद उसने एक चारावाहे को मार दिया । उस ड्रैगन को शांत करने के लिए लोगों ने उसे और कई भेड़े भी दी थी ।उसके बाद लोगों के बच्चों को भी वह ड्रैगन खाने लगा । ‌‌‌एक दिन राजा की बेटी को भी उस ड्रैगन ने बंधी बना लिया । तब सेंट जार्जा वहां पर पहुंचे और उसने तलवार की मदद से उस ड्रैगन को मार गिराया ।‌‌‌उसके बाद सेंज जॉर्ज राजकुमारी से शादी कर लेता है।

एक मध्ययुगीन फ्रांसीसी किंवदंती यह मानती है कि, प्राचीन काल में, ला गर्गौइल नामक ड्रैगन सिन नदी मे बाढ और नावों के डूबने का कारण माना जाता था ।रूएन शहर के लोग उस ड्रैगन को प्रसन्न करने के लिए मानव बलि चढ़ाते थे ।

‌‌‌ ड्रैगन की जानकारी ड्रैगन भारत के अंदर

ड्रैगन की जानकारी भारत के कुछ प्राचीन कथाओं के अंदर भी मिलती है।ड्रैगन-देवता पखांगबा के प्रमुख ने मणिपुर, भारत के एक संगीत वाद्ययंत्र पर चित्रित किया गया है। वैदिक ग्रंथों के अंदर इंद्र के दैवता वृत नामक एक विशाल सांप से लड़ता है। जिसने धरती पर वर्षा को रोक रखा था ।  ऋग्वेदिक किंवदंती में, तवा के पुत्र, तीन सरदार सर्प विष्णुपा, गायों और घोड़ों की एक संपत्ति की रक्षा करते हैं। इंद्र विष्णुपा का सर काट कर एक देवता को बचाता है।

‌‌‌ड्रैगन की जानकारी से जुड़े हैरान करने वाले रहस्य

अबतक तो हमने जाना की ड्रैगन का उल्लेख दुनिया के अंदर कहां कहां पर मिलता है। अब हम रियल ड्रैगन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी आपको बताने वाले हैं। जैसे रियल ड्रैगन कैसे होते थे ? इनका व्यवहार कैसा था ? ड्रैगन की जानकारी के लिए नीचे पॉइट देखे।

‌‌‌ड्रैगन क्रूर और अत्याचारी राक्षस थे

यदि पौराणिक कथाओं की बात करें तो ड्रैगन क्रूर और अत्याचारी होना बताया गया है। अधिकतर ड्रैगन इंसानों को नुकसान पहुंचाते थे ।और इंसानों को मारकर भी खा जाते थे । लगभग हर सांस्क्रति के अंदर ड्रैगन को राक्षस के रूप मे दिखाया जाता है। ‌‌‌जैसे पायथन नामक ड्रैगन महामारी फैलाता है। इस वजह से अपोलो उसे मार देता है।

‌‌‌ड्रैगन पानी के आस पास निवास करते थे

अधिकतर कथाओं के अंदर ड्रैगन के निवास स्थान को पानी के आस पास बताया गया है। अधिकतर ड्रैगन पानी के अलावा वे धरती पर भी चल फिर सकते थे । मतलब पानी और थल दोनों पर चलने वाले ड्रैगन मौजूद थे ।

‌‌‌ड्रैगन एक डायनासोर की तरह थे

आमतौर पर दुनिया के हर जगह पर ड्रैगन का उल्लेख मिलता है। इसके अलावा यह भी उल्लेख मिलता है कि दुनिया के हर ड्रैगन के लम्बी पूंछ होती थी । इसके अलावा एक लम्बी गर्दन भी होती थी । और देखने मे यह बहुत हद तक एक डायनासोर की तरह लगते थे ।

‌‌‌ड्रेगन की जानकारी इनके पास एक अदभुत पॉवर थी

बहुत सी कथाओं के अंदर इस बात का भी उल्लेख मिलता है। की ड्रैगन के पास अदभुत पॉवर होती थी । वे अपने मुंह से आग उगल सकते थे । धुंआ भी छोड़ते थे । लेकिन हर ड्रैगन के अंदर इस प्रकार की पॉवर मौजूद नहीं थी । कुछ ड्रैगन पंखों की मदद से उड भी सकते थे । ‌‌‌इसके अलावा यह काफी बलशाली भी होते थे ।

‌‌‌अधिकतर ड्रैगन मांसहारी थे

अधिकतर कहानियों के अंदर ड्रैगन के मांसहारी होने की जानकारी मिलती है। ड्रैगन इंसानों का मांस भी बड़े चाव से खा जाते थे । इसके अलावा वे जानवरों का मांस भी खाते थे । जब उनको भोजन नहीं मिलता था तो वे गांवों पर भी आक्रमण कर देते थे ।

‌‌‌ड्रैगन का रूप काफी भयानक होता था

Torch Dragon एक ऐसा ड्रैगन था जिसका पिछला हिस्सा एक जलपरी के जैसा होता था । और इसके आगे का हिस्सा इंसान के जैसा होता था । 1270 के अंदर सेंज जॉर्ज ने एक मोर जैसे ड्रैगन को मारा था । जिसके मुंह को देखने पर वह एक मगर मच्छ के जबड़े के जैसा था ।

1260 ई के अंदर MS Harley ने एक छिपकली जैसे भयानक उड़ने वाले ड्रैगन का उल्लेख किया था । ‌‌‌कुल मिलाकर यही कहा जा सकता है कि अधिकतर ड्रैगन काफी डेंजर होते थे । इनकी शक्ल सूरत काफी भयानक होती थी ।

‌‌‌रियल ड्रैगन की जानकारी पर हमारा यह लेख आपको कैसा लगा कमेंट करके बताएं।

 

 

This Post Has 2 Comments

  1. raju

    badiya artical hai bhai

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।