शार्ट हिंदी मोटिवेशनल story baba or ladka

एक बार एक लड़का एक बाबा के पास गया और बोला बाबा मैं बहुत गरीब हूं मेरी मदद कीजिए कीजिए मेरे पास खाने के लिए पैसे नहीं है मैं कुछ नहीं कर सकता मैं लाचार हूं मेरी किस्मत फूटी हुई है  मेरी मित्र जो कल तक मेरे साथ थे आज बहुत अमीर हो गए हैं वह कुछ भी कर सकते हैं वह बहुत बड़े हो गए हैं और मैं वहीं का वहीं  हूं ऐसा क्यों है ऐसा क्यों हो रहा है मेरे साथ . यह कहकर लड़का बाबा के सामने रोने लगा

बाबा पहुंचा हुआ साधु था बहुत अच्छी तरह जानता था  .वास्तव में लड़का बहुत दुखी है मुझे इसकी मदद करनी चाहिए बाबा .

सबसे पहले उसको बोले

अभी तुम कहां से आए हो मुझे बताओ जिंदगी में क्या करना चाहते हो क्या बनना चाहते हो तुम्हारी क्या ख्वाहिश है मैं तुम्हारी मदद करूंगा लड़का बाबा की बात सुनकर

थोड़ा खुश हुआ और बोला .

बाबा यह नहीं जानता कि मैं क्या बनना चाहता हूं लेकिन मैं इतना जानता हूं कि मैं बहुत पैसे कमाना चाहता हूं लेकिन कैसे कमाऊं समझ में नहीं आ रही
Baba  ne उसकी बात को सुना और उसे समझाने के लिए कहा

Bata यह लो धनुष और बाण or तीर चलाना है  अज्ञात लक्ष्य पर चलाना है  तो बताओ क्या तुम   चला पाओगे

लड़का बोला

. नहीं बाबा बिना लक्ष्य की मैं तीर कैसे चला सकता हूं

…बेटा  तुम पैसे कमाना चाहते हो बहुत पैसे कमाना चाहते हो लेकिन तुम यह नहीं जानते कि कैसे पैसे कमाना चाहते हो तुम्हारा लक्ष्य क्या है किस तरह तुम पैसे कमाना चाहते हो मतलब बहुत हुई है  तुझे तो पता है कि मुझे पैसे कमाना है लेकिन तुम्हें नहीं जानते इसका मतलब यह हुआ तुम्हारे पास कोई लक्ष्य नहीं है तुम तब तक कोई पैसे नहीं कमा सकते तब तक तुम अमीर नहीं बन सकते जब तक

सक्सेस नहीं हो सकते जब तक कि तुम्हारे पास कोई लक्ष्य नहीं होता हो यदि तुम्हारे पास कोई लक्ष्य ही होगा तभी तुम पैसे कमा पाओगे और तुम्हारे दोस्त इसीलिए आगे बढ़ते hai क्योंकि उनके पास उनका अपना लक्ष्य है

अभी तुम जिंदगी में सक्सेस होना चाहते हो सबसे पहले अपना एक लक्ष्य desidकरो और उसी के अकॉर्डिंग आगे बढ़ो tabhi आप सफल हो पाओगे

दोस्तों यह कोई यह कोई एक   अकेले लड़के की प्रॉब्लम नहीं है बल्कि हम सब लोगों की प्रॉब्लम है  हम कमाना तो बहुत कुछ चाहते हैं करना बहुत कुछ चाहते हैं लेकिन हम भी नहीं जान पाते इस वक्त में हमें क्या करना है किसी चीज को पाने के लिए क्या करना चाहिए  दोस्तो सबसे पहले भारत की ऊंची चोटी पर जाने की कोशिश मत करो बल्कि नीचे kee बात सोचो जो सामने है उसके बारे में सोचो जो दूर है उसके बारे में मत सोचो

नीचे वाली सीढ़ी पर पैर रखोगे  तभी आप ऊपर चढ़ पाओगे कड़ी से कड़ी जोड़ना सीखो

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arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।